संवाददाता
लखीमपुर: ऑल असम चुटिया स्टूडेंट्स यूनियन (एएसीएसयू) ने चुटिया समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की माँग को लेकर पूरे राज्य में अपना आंदोलन जारी रखा।
इस संबंध में संगठन की लखीमपुर जिला इकाई ने सोमवार को जिला आयुक्त कार्यालय के सामने धरना दिया। प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए एएसीएसयू केंद्रीय समिति के महासचिव राजू चुटिया ने केंद्र और राज्य की भाजपा नीत सरकारों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा, "अगर भाजपा नीत सरकार चुटिया समुदाय को छठी अनुसूची के तहत आदिवासी दर्जा स्वायत्तता नहीं देती है तो उसे आगामी विधानसभा चुनाव में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। पार्टी को इस चुनाव में अपने उदासीन रवैये का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा नीत सरकारों ने इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दिया, जबकि राज्य के छह समुदाय एसटी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इस तरह मौजूदा सरकारों ने छह जातीय समुदायों के साथ विश्वासघात किया है।
राजू चुटिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की, जिन्होंने 2014 में किए गए अपने चुनावी वादे से कथित तौर पर पलटी खाई थी। उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा केंद्र और राज्य में सत्ता में आती है तो चुटिया सहित छह समुदायों को आदिवासी का दर्जा दिया जाएगा। राजू चुटिया ने कहा, "भाजपा तीन बार केंद्र और दो बार राज्य में सत्ता में आई, लेकिन उस वादे को भूल गई।" उन्होंने चुटिया समुदाय को स्वायत्तता देने, चुटिया राजाओं के शासनकाल के दौरान ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और सौंदर्यीकरण की मांग दोहराई। प्रदर्शन के दौरान संगठन के सदस्यों ने मांगों के समर्थन में और इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य की सरकारों की आलोचना करने के लिए कई नारे लगाए।
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