एक संवाददाता
गोलाघाट: उद्योग-अकादमिक सहयोग को मज़बूत करते हुए, डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय और नॉर्थ ईस्टर्न टी एसोसिएशन (एनईटीए) ने गुरुवार को सेंटर फॉर मैनेजमेंट स्टडीज़ (सीएमएस) द्वारा संचालित एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
एनईटीए ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस समझौता ज्ञापन पर 4 दिसंबर को डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर जितेन हज़ारिका की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय की ओर से हस्ताक्षरकर्ता विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. परमानंद सोनोवाल थे और एनईटीए का प्रतिनिधित्व इसके अध्यक्ष अजय ढंढारिया ने किया।
सीएमएस के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर प्रतिम बरुआ ने अन्य संकाय सदस्यों के साथ समारोह में भाग लिया और इस शैक्षणिक-उद्योग साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डाला।
यह समझौता ज्ञापन डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के छात्रों, विशेष रूप से सीएमएस के अंतर्गत अध्ययनरत छात्रों के लिए शोध, इंटर्नशिप कार्यक्रमों और प्लेसमेंट के अवसरों को सुगम बनाएगा।
एनईटीए प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में सलाहकार बिद्यानंद बरकाकोटी, उपाध्यक्ष नीरज जालान, उपाध्यक्ष राजकुमार बोरठाकुर और कार्यकारी समिति के सदस्य विकास अग्रवाल शामिल थे।
यह सहयोग चाय क्षेत्र में व्यावहारिक शिक्षा, उद्योग जगत से परिचय और प्रभावशाली शोध के नए रास्ते खोलता है, जिससे डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय का शैक्षणिक वातावरण समृद्ध होता है