तिनसुकिया: एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन (एनएफआरएमयू) लोकसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर 18 फरवरी से 20 फरवरी तक 3 दिवसीय विस्तृत कार्यक्रम के साथ लुमडिंग में अपनी केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित करेगी। लमडिंग डिवीजन के संयोजक तरूण चौधरी के नेतृत्व में, इस बैठक में शीर्ष रैंकिंग केंद्रीय यूनियन नेताओं की उपस्थिति के साथ नई पेंशन नीति के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की संभावना है।
एनएफआरएमयू के केंद्रीय सहायक महासचिव पुलक गोगोई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में नई पेंशन नीति पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे कर्मचारी राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन, निजीकरण, नए श्रम अधिनियम आदि विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने रेल कर्मियों के विरोध की भाषा को समझने की कोशिश नहीं की बल्कि एक के बाद एक अड़ियल नीति रेल कर्मियों पर थोप दी गई। एनएफआरएमयू ने घोषणा की है कि वह रेलवे कर्मचारियों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा करने के लिए लमडिंग में एक कार्यकारी बैठक आयोजित करेगा। उन्होंने कहा कि वे लोकसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर महासचिव शिब गोपाल मिश्रा, एआईआरएफ के मुकेश गालब के अलावा एआईआरएफ के जोनल सचिव पीयूष चक्रवर्ती और एनएफआरएमयू के अध्यक्ष दिलीप चक्रवर्ती और महासचिव आशीष विश्वास की उपस्थिति के साथ अपना आंदोलन तेज करेंगे। गोगोई ने कहा कि बैठक में एनएफआरएमयू की 53 शाखाओं के सचिव और अध्यक्ष भाग लेंगे।
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