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जूते के विज्ञापन में जुबीन गर्ग का गाना इस्तेमाल करने पर व्यवसायी हिरासत में

बिलासीपारा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिससे दिग्गज गायक ज़ुबीन गर्ग के प्रशंसक बेहद आहत हैं। स्थानीय व्यवसायी शाहनूर इस्लाम को पुलिस ने अपमान के आरोप में हिरासत में लिया है।

Sentinel Digital Desk

बिलासीपारा: बिलासीपारा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिससे दिग्गज गायक ज़ुबीन गर्ग के प्रशंसक बेहद आहत हैं। स्थानीय व्यवसायी शाहनूर इस्लाम को असम के "संगीत सूर्या" और हमारे समय के सबसे महान संगीत आइकन में से एक के गीतों का अपमान करने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार, "दोस्तार दोकान" के मालिक शाहनूर इस्लाम ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर जूते और चप्पल के विज्ञापन की पृष्ठभूमि में ज़ुबीन गर्ग के एक लोकप्रिय गीत का इस्तेमाल किया। जैसे ही यह मामला सामने आया, पूरे क्षेत्र में आक्रोश की लहर दौड़ गई। गौरतलब है कि ज़ुबीन गर्ग न केवल असम में एक जाना-पहचाना नाम हैं, बल्कि देश-विदेश में भी उनकी अपार लोकप्रियता है। असम के लोग उन्हें प्यार से "ज़ुबीन दा" कहते हैं और उनके प्रशंसक उन्हें परिवार का सदस्य मानते हैं। उनके संगीत कार्यक्रमों में हमेशा लाखों श्रोता आते हैं जो उन्हें सुनने के लिए घंटों इंतज़ार करते हैं। हिंदी फिल्मों में उनके गीतों ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। असम के युवाओं के बीच, ज़ुबीन गर्ग हमेशा से एक रॉकस्टार और सांस्कृतिक प्रतीक माने जाते रहे हैं। गाँवों से लेकर शहरों तक, बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, ज़ुबीन का संगीत हर किसी के दिल को छू जाता है। वह सिर्फ़ एक गायक ही नहीं, बल्कि असम की पहचान और सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक बन गए हैं। ऐसे प्रतिष्ठित कलाकार के अपमान के कथित कृत्य से स्वाभाविक रूप से गुस्सा और आक्रोश भड़क उठा। कई सांस्कृतिक और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि ज़ुबीन गर्ग का नाम और विरासत असम की पहचान की आत्मा से जुड़ी है। मामले को गंभीरता से लेते हुए, बिलासीपारा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और शाहनूर इस्लाम को हिरासत में ले लिया। उससे अभी पूछताछ चल रही है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस आपत्तिजनक कृत्य में और लोग तो नहीं शामिल थे। स्थानीय संगठनों और युवा समूहों ने आरोपियों के लिए कड़ी से कड़ी सज़ा की माँग की है ताकि भविष्य में कोई भी ज़ुबीन गर्ग का अपमान करने या असम के सांस्कृतिक गौरव को कमतर आंकने की हिम्मत न करे।

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