हमारे संवाददाता
तेजपुर: लंबे समय से लंबित माँगों को लेकर बढ़ते असंतोष के बीच, असम भर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों ने अपना राज्यव्यापी आंदोलन जारी रखा। सोनितपुर जिले के कर्मचारियों ने सोमवार को तेजपुर के कोर्ट चरियाली में विशाल प्रदर्शन किया।
सैकड़ों एनएचएम कर्मचारी समान काम के लिए समान वेतन, सेवाओं के नियमितीकरण और वेतन संरक्षण सहित वेतनमान लागू करने की माँग को लेकर एकत्रित हुए। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर और नारे लगाते हुए सरकार पर वर्षों की समर्पित सेवा के बावजूद उनकी लंबे समय से चली आ रही शिकायतों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
उनकी प्रमुख माँगों में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय (संख्या 213, 2013) के अनुसार संरक्षण सहित वेतनमान लागू करना, नियमित सरकारी कर्मचारियों के समान ग्रेच्युटी और पेंशन लाभ, और सभी एनएचएम कर्मचारियों के लिए ईपीएफ और पेंशन कवरेज (यूपीएस/एनपीएस) शामिल हैं। उन्होंने सेवा के दौरान मृत्यु होने पर निकटतम परिजन को पूर्ण वेतन या रोजगार, दो वर्ष की बाल देखभाल अवकाश सहित एक समान अवकाश नीति, और एमएमएलएसएवाई के अंतर्गत शामिल करने या लागू होने तक चिकित्सा प्रतिपूर्ति लाभ जारी रखने की भी माँग की।
प्रदर्शनकारियों ने लंबे समय से कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों को नियमित स्वास्थ्य विभाग में शामिल करने के लिए एक विशेष भर्ती अभियान चलाने की भी माँग की और भविष्य में राज्य स्वास्थ्य भर्तियों में एनएचएम कर्मचारियों को प्राथमिकता, आयु सीमा में छूट और अतिरिक्त अंक देने वाली नीति बनाने का आग्रह किया। प्रदर्शनकारियों ने दोहराया कि एनएचएम कर्मचारी असम की ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ हैं और उन्हें नौकरी की सुरक्षा, उचित वेतन और स्थायी सरकारी कर्मचारियों के समान समानता मिलनी चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार से बिना किसी देरी के कार्रवाई करने का आग्रह किया।