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राजाबारी चाय बागान में भूमि हस्तांतरण को लेकर श्रमिकों ने किया व्यापक विरोध प्रदर्शन

बुधवार को नुमलीगढ़ रिफ़ाइनरी के पास राजाबाड़ी चाय बागान के मज़दूरों ने ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन बागान की फ़ैक्ट्री के सामने, सरकार द्वारा लागू किए गए क़ानून के विरोध में हुआ।

Sentinel Digital Desk

एक संवाददाता

बोकाखाट: बुधवार को नुमलीगढ़ रिफाइनरी के पास राजाबाड़ी चाय बागान के मज़दूरों ने ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन बागान की ज़मीन का एक हिस्सा एआईडीसीएल नामक एक निजी कंपनी को हस्तांतरित करने के सरकार के फ़ैसले के विरोध में बागान की फ़ैक्टरी के सामने हुआ।

सुबह-सुबह राजाबाड़ी चाय बागान विरोध के स्वरों से गूंज उठा। सरकार ने राजाबाड़ी चाय बागान की 52 बीघा ज़मीन निजी कंपनी एआईडीसीएल को सौंप दी है। जवाब में, गोलाघाट ज़िला प्रशासन ने तीन दिन की समय-सीमा तय की, जिसके बाद बागान के मज़दूर मुखर रूप से भड़क गए।

गौरतलब है कि इससे पहले, बागान की 600 बीघा ज़मीन नुमालीगढ़ रिफ़ाइनरी को उसके विस्तार के लिए दी जा चुकी थी। अब, बागान की ज़मीन के एक और हस्तांतरण की ख़बर सामने आने पर, मज़दूरों का गुस्सा फूट पड़ा।

चाय बागान मजदूरों के साथ-साथ, अखिल असम चाय जनजाति छात्र संघ (एएटीएसए), मोरोंगी उप-शाखा और कई स्थानीय प्राथमिक समूहों ने इस कदम का कड़ा विरोध किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बागान की ज़मीन फिर से हस्तांतरित की गई, तो वे अपना आंदोलन तेज़ कर देंगे और प्रशासन को कड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा।