गुवाहाटी शहर

असम: बामुनीगाँव में सुबह की सैर तीन लोगों के लिए जानलेवा बन गई

सोमवार सुबह कामरूप जिले के बोको के बामुनीगाँव रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की चपेट में आने से एक ही गाँव की तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।

Sentinel Digital Desk

तीन लोगों की मौत के बाद ग्रामीणों ने रेलवे को ज़िम्मेदार ठहराया

एक संवाददाता

बोको: कामरूप जिले के बोको में बामुनीगांव रेलवे स्टेशन के पास सोमवार सुबह एक ही गाँव की तीन महिलाओं की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई।

पीड़ितों की पहचान उत्तरा दास (50 वर्ष), रूमी दास (35 वर्ष) और करबी माली (35 वर्ष) के रूप में हुई है, जो बोको-छयगाँव निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत सातबारी गाँव नंबर 2 की निवासी थीं। सुबह की सैर के दौरान जब वे पटरी पार कर रही थीं, तब वे गुवाहाटी जाने वाली 15643 पुरी-कामाख्या एक्सप्रेस की चपेट में आ गईं। उसी समय बगल वाली लाइन पर गोवालपारा की ओर एक मालगाड़ी भी गुजर रही थी। स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह दुर्घटना गेट संख्या 240 के पास हुई, जहाँ ग्रामीण अक्सर मालवाहक ट्रकों के लिए बने 500 मीटर लंबे पक्के रास्ते का इस्तेमाल अपनी सैर के लिए करते हैं। जब यह हादसा हुआ, तब महिलाएँ अपने गाँव से लगभग 300 मीटर पैदल चली थीं।

कुछ ग्रामीणों ने अनुमान लगाया कि पीड़ितों ने आती हुई एक्सप्रेस ट्रेन के शांत इलेक्ट्रिक इंजन के कारण उसकी आवाज़ नहीं सुनी होगी। एक दुखद संयोग यह है कि पीड़ितों में से एक, उत्तरा दास ने 12 वर्ष पहले इसी स्थान पर इसी प्रकार की दुर्घटना में अपने पति को खो दिया था।

निवासियों ने रेलवे विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दावा किया कि इस इलाके में 20 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पास के रेलवे गेट नंबर 239 पर एक अंडरपास बनाया गया था, लेकिन उसमें अक्सर पानी भरा रहता है, जिससे स्थानीय लोगों, छात्रों और मज़दूरों को खुले क्रॉसिंग से गुज़रने का जोखिम उठाना पड़ता है। बोको पुलिस ने शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेज दिया है। मामले की जाँच शुरू कर दी गई है।

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