स्टाफ रिपोर्टर
गुवाहाटी: राज्य जीएसटी विभाग ने बोको क्षेत्र निवासी साहिदुल इस्लाम नामक व्यक्ति को लगभग 11 करोड़ रुपये के बड़े पैमाने पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के लेन-देन के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आरोपी मेसर्स एल. के. एंटरप्राइज नाम से एक फर्जी फर्म चला रहा था, जिसके माध्यम से उसने कथित तौर पर फर्जी आईटीसी तैयार करके अन्य संस्थाओं को दिए। विभाग की डेटा एनालिटिक्स और इंटेलिजेंस टीम द्वारा पिछले कई महीनों में की गई विस्तृत जाँच के बाद इस मामले का खुलासा हुआ।
अधिकारियों ने खुलासा किया कि उन्नत डेटा एनालिटिक्स टूल के माध्यम से संदिग्ध पैटर्न की पहचान होने के बाद, श्री इस्लाम लगभग 4-5 महीनों से निगरानी में थे। विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, अधिकारियों ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोपी को पकड़ने के लिए तेजी से कदम उठाए।
जाँच में शामिल एक वरिष्ठ जीएसटी अधिकारी ने कहा, "यह गिरफ्तारी कर चोरी पर अंकुश लगाने और राजस्व प्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले फर्जी आईटीसी नेटवर्क को खत्म करने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।"
विभाग ने इस रैकेट से जुड़े व्यक्तियों और फर्मों के व्यापक नेटवर्क की पहचान और पता लगाने के लिए आगे की जाँच शुरू कर दी है। जाँच आगे बढ़ने पर और गिरफ्तारियाँ होने की संभावना है।
राज्य जीएसटी विभाग ने अनुपालन सुनिश्चित करने और सार्वजनिक राजस्व की सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित प्रवर्तन अपनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
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