स्टाफ रिपोर्टर
गुवाहाटी: गुवाहाटी नगर निगम (जीएमसी) ने गुरुवार को डिवीजन 1, 2 और 4 के अंतर्गत चल रहे गाद-मुक्ति कार्यों का आकलन और उनमें तेज़ी लाने के लिए एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। इस पहल का उद्देश्य जल-जमाव की चिरस्थायी समस्या को कम करना और आगामी मानसून से पहले शहर की बाढ़-प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करना है।
बैठक की अध्यक्षता गुवाहाटी की महापौर मृगेन सरानिया ने की और इसमें उप महापौर स्मिता रॉय, आयुक्त डॉ. एम.एस. लक्ष्मी प्रिया, संयुक्त आयुक्त डॉ. ध्रुब ज्योति हजारिका, वरिष्ठ अधिकारी और पार्षद उपस्थित थे।
नालों और नदियों से गाद निकालने के कार्यों में तेज़ी लाने, रसद संबंधी बाधाओं को दूर करने और बाढ़-शमन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर चर्चा हुई। जीएमसी नेतृत्व ने गुवाहाटी को मानसून के लिए तैयार रखने के लिए समन्वित प्रयासों पर ज़ोर दिया।
परिषद सदस्यों (एमआईसी) और संबंधित प्रभागों के पार्षदों ने विचार-विमर्श में सक्रिय रूप से भाग लिया। बैठक के बाद ली गई सामूहिक तस्वीर में आयुक्त के साथ देखे गए पार्षदों में जुनमोनी डेका (वार्ड 34), मंजुला देवी (वार्ड 11), अर्चना दास (वार्ड 9), मंजू बोरा (वार्ड 14), गीता ठाकुरिया कलिता (वार्ड 54), मेघना हजारिका (वार्ड 36) और बृजेश रॉय (वार्ड 19) शामिल थे।
अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए, जीएमसी ने कहा कि वह शहरी बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करने और मौसमी बाढ़ व उससे जुड़ी बाधाओं से नागरिकों की सुरक्षा के लिए समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।
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