स्टाफ रिपोर्टर
गुवाहाटी: गौरतलब है कि करोड़ों रुपये के डीबी स्टॉक ब्रोकिंग घोटाले के मुख्य आरोपी दीपांकर बर्मन पर चार दिन पहले गुवाहाटी सेंट्रल जेल के कैदियों ने कथित तौर पर हमला किया था।
सूत्रों के अनुसार, यह घटना 7 अक्टूबर को हुई थी, जब बर्मन की कुछ कैदियों के साथ झड़प हुई थी, जिसके बाद यह एक बड़े विवाद में बदल गया, जिसके बाद एक कैदी ने बर्मन को पेड़ की शाखा से मारा, जिससे उसके गाल पर चोटें आईं। जेल की मेडिकल टीम ने पहले उसका इलाज किया और आगे की जांच के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) रेफर कर दिया।
जीएमसीएच के अधीक्षक देवजीत चौधरी ने पुष्टि की कि बर्मन के मस्तिष्क का सीटी स्कैन कराया गया, जिसमें कोई असामान्यता नहीं मिली। टांके लगाने और जरूरी इलाज के बाद उन्हें स्थिर हालत में वापस जेल भेज दिया गया।
हमलावरों की पहचान कोचुटोली के मोहम्मद रोब्यान अली (29) के रूप में हुई है। यासीन हुसैन (18) सोनापुर पठार का रहने वाला है। और सोनापुर पठार के अब्दुल अजीज (25) सभी सोनापुर पुलिस स्टेशन के रहने वाले हैं। तीनों को मवेशी चोरी के आरोप में जेल में बंद किया गया था। एक वरिष्ठ सूत्र ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि हमला वास्तव में मवेशी चोरी के आरोप में पहले से ही कैद कैदियों द्वारा किया गया था।
डीबी स्टॉक्स के मालिक 30 वर्षीय बर्मन को 2024 में 71 दिनों की तलाश के बाद गिरफ्तार किया गया था। उन पर एक बड़े पैमाने पर पोंजी योजना की साजिश रचने का आरोप है, जिसने शेयर बाजार में असाधारण रिटर्न के फर्जी वादे के माध्यम से हजारों निवेशकों को 400 करोड़ रुपये से 7,000 करोड़ रुपये के बीच चूना लगाया।
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