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गौहाटी उच्च न्यायालय भर्ती (Gauhati High Court Recruitment) 2022 - शेफ रिक्ति, नौकरी के अवसर

गौहाटी उच्च न्यायालय शेफ के पद पर भर्ती कर रहा है। अभी अप्लाई करें!

Sentinel Digital Desk

गौहाटी उच्च न्यायालय ने शेफ रिक्ति की भर्ती के लिए नवीनतम नौकरी अधिसूचना जारी की। इच्छुक उम्मीदवार अंतिम तिथि से पहले आवेदन कर सकते हैं। गौहाटी उच्च न्यायालय नौकरी रिक्ति 2022 पर अधिक विवरण देखें।

गुवाहाटी उच्च न्यायालय भर्ती 2022

गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने हाल ही में शेफ की भर्ती के लिए नौकरी की अधिसूचना मांगी है। इच्छुक उम्मीदवार नीचे निर्धारित पदों की संख्या, आयु सीमा, वेतन, योग्यता आदि के सभी नौकरी विवरण की जांच कर सकते हैं:

गौहाटी हाई कोर्ट जॉब ओपनिंग पोस्ट 

पद का नाम:

बावर्ची
पदों की संख्या
03
वेतन
 
रु. 12,000 - 52,000/- प्रति माह
 
आयु सीमा
 
गुवाहाटी उच्च न्यायालय भर्ती अधिसूचना के अनुसार, उम्मीदवार की अधिकतम आयु 40 वर्ष होनी चाहिए।
 
आयु में छूट:
 
ओबीसी उम्मीदवार: 3 वर्ष
 
एससी / एसटी उम्मीदवार: 5 वर्ष
 
पीडब्ल्यूडी उम्मीदवार: 10 वर्ष
 
नौकरी करने का स्थान
 
गुवाहाटी - असम
आवेदन करने की अंतिम तिथि
 
27-अक्टूबर-2022
आवेदन शुल्क
अन्य सभी उम्मीदवार: रु.300/-
 
एससी / एसटी उम्मीदवार: 150 / -
 
पीडब्ल्यूडी उम्मीदवार: शून्य
 
भुगतान का प्रकार: ऑनलाइन
 
आधिकारिक वेबसाइट
ghconline.goc.in
 

शैक्षिक योग्यता

गौहाटी उच्च न्यायालय की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से 08वीं पास होना चाहिए।

चयन प्रक्रिया

कुकिंग स्किल टेस्ट, इंटरव्यू

गुवाहाटी उच्च न्यायालय भर्ती के लिए आवेदन कैसे करें

इच्छुक और योग्य उम्मीदवार गुवाहाटी उच्च न्यायालय की आधिकारिक वेबसाइट ghconline.goc.in पर 11-10-2022 से 27-अक्टूबर-2022 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

अस्वीकरण: गुवाहाटी उच्च न्यायालय द्वारा प्रदान किया गया

गुवाहाटी उच्च न्यायालय के बारे में

भारत सरकार अधिनियम 1935 पारित होने के बाद 1 मार्च 1948 को गौहाटी उच्च न्यायालय को भारत के गवर्नर जनरल द्वारा प्रख्यापित किया गया था। असम के तत्कालीन प्रांत के लिए 5 अप्रैल 1948 से असम के उच्च न्यायालय की स्थापना। इसे मूल रूप से असम और नागालैंड के उच्च न्यायालय के रूप में जाना जाता था, लेकिन 1971 में उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 द्वारा इसका नाम बदलकर गौहाटी उच्च न्यायालय कर दिया गया।

राज्यों के मामले में इसका सबसे बड़ा अधिकार क्षेत्र है, इसके क्षेत्र में असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मिजोरम राज्यों को शामिल किया गया है।