फोर्ड: ओलंपिक पदक विजेता भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने यहां विश्व चैंपियनशिप के 48 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता। यह इस प्रतिष्ठित स्पर्धा में तीसरा पदक है और पूर्व विश्व चैंपियन का दूसरा रजत पदक है।
अगस्त में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप में 48 किग्रा का स्वर्ण जीतकर पेरिस 2024 के बाद एक्शन में लौटने वाली मीराबाई ने कुल 199 किग्रा (84 किग्रा स्नैच + 115 किग्रा क्लीन एंड जर्क) का उत्पादन किया।
2017 विश्व चैंपियन और 2022 की रजत पदक विजेता ने 87 किग्रा में दो असफल प्रयास किए। यहां तक कि 84 किग्रा की पहली लिफ्ट भी उनके लिए थोड़ी असहज लग रही थी। लेकिन उसने क्लीन एंड जर्क में अपनी लय हासिल कर ली और तीनों प्रयासों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 109 किग्रा का अच्छा वजन उठाया और 112 किग्रा वजन उठाया, जो उन्होंने चार साल पहले तोक्यो ओलंपिक में उठाया था।
उत्तर कोरिया के री सोंग गम ने 213 किग्रा (91 किग्रा + 122 किग्रा) के साथ स्वर्ण पदक जीता, कुल मिलाकर नए विश्व रिकॉर्ड स्थापित किए। थाईलैंड के थान्याथोन सुकचारोएन ने कुल 198 किग्रा (88 किग्रा स्नैच + 110 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के साथ कांस्य पदक जीता।
31 वर्षीय भारतीय ऐस ने अनाहेम में विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप के 2017 संस्करण में 48 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने बोगोटा में प्रतियोगिता के 2022 संस्करण में 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक भी जीता।
भारत ने विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2025 में 14 सदस्यीय दल भेजा, जो 11 अक्टूबर तक चलेगा। यह आयोजन अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंटों में से एक के रूप में भी काम कर रहा है।
महिला वर्ग में मीराबाई के अलावा कोयल बार (53 किग्रा), बिंद्यारानी देवी सोरोखाइबाम (58 किग्रा), निरुपमा देवी सेराम (63 किग्रा), हरजिंदर कौर (69 किग्रा), वंशिता वर्मा (86 किग्रा), महक शर्मा (86 किग्रा+) एक्शन में होंगी।
बिंद्यारानी, निरुपमा और महक ने अगस्त में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था जबकि हरजिंदर और वंशिता ने कांस्य पदक जीता था।
इस बीच, भारत के पुरुष दल की अगुवाई राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता लवप्रीत सिंह करेंगे। लवप्रीत ने इस साल की शुरुआत में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था जहां अजित नारायण और अजय बाबू वल्लूरी ने स्वर्ण पदक जीता था। आईएएनएस
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