स्टाफ रिपोर्टर
गुवाहाटी: मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सरकार बीर लाचित सेना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है जो राज्य में 'सदिया से धुबरी तक धन जुटाती है'।
अपहरण और फिरौती के मामले में बीर लाचित सेना के कुछ सदस्यों की संलिप्तता के कारण इसके महासचिव रोंटू पानीफुकन और दो अन्य सदस्यों - उत्पल दत्ता और तन्मई चेतिया को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। अदालत ने तीनों को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "असम में सादिया से धुबरी तक धन जुटाने वाली पार्टी बीर लाचित सेना है। हमने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और भविष्य में इस तरह की और कार्रवाई करेंगे। हमने एसएसपी को राज्य में इस तरह की अन्य घटनाओं पर नजर रखने के लिए कहा है। मुझे जो पता है वह यह है कि बीर लचित सेना ने धन जुटाकर सादिया से धुबरी तक राज्य में 'खेल मेली' (अव्यवस्थित स्थिति) पैदा कर दी है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "दूसरी ओर, लोगों का एक वर्ग, जो अपने नाम के लिए 'असम' शीर्षक का उपयोग करता है, निचले असम में भी एक 'तांडव' (उन्माद) पैदा कर रहा है।
इससे पहले दिसपुर पुलिस ने अपहरण और फिरौती के मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया था।
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