शीर्ष सुर्खियाँ

असम: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने उद्यमियों से नियोक्ता बनने की आकांक्षा रखने का आग्रह किया

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि युवाओं को सशक्त बनाकर असम में उद्यमिता को बढ़ावा देना सरकार का प्रमुख फोकस क्षेत्र है।

Sentinel Digital Desk

उद्यमियों को 75,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी गई

स्टाफ़ रिपोर्टर

गुवाहाटी: मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि युवाओं को सशक्त बनाकर असम में उद्यमिता को बढ़ावा देना सरकार का मुख्य फोकस क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए 'सीएम आत्मनिर्भर असम अभियान' योजना शुरू की गई है। सीएम ने उद्यमियों से आग्रह किया कि वे खुद नियोक्ता बनने की आकांक्षा रखें, जिससे आत्मनिर्भर असम के बड़े विजन में योगदान मिल सके।

यहां आयोजित एक समारोह में 25,064 उद्यमियों को इस योजना के तहत 75,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी गई। उद्यमियों को कुल 2 लाख रुपये मिलेंगे, जिसमें से 1 लाख रुपये की पहली किस्त अनुदान के रूप में दी जाएगी और शेष 1 लाख रुपये उनके व्यवसाय के विकास के अनुसार वितरित किए जाएँगे। 1 लाख रुपये की दूसरी किस्त तीन साल बाद बिना ब्याज के सरकार को वापस करनी होगी।

युवाओं को मुश्किलों का डटकर सामना करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें याद दिलाया कि जो लोग निराशा में नहीं पड़ते और अपने सपनों के लिए काम करना जारी रखते हैं, वे ही अंततः सफल होते हैं। जबकि सरकारी नौकरियाँ  स्थिर आय प्रदान करती हैं, लेकिन वे हमेशा व्यक्तियों को अपनी पूरी क्षमता हासिल करने की अनुमति नहीं दे सकती हैं। इसके विपरीत, उद्यमिता व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए असीमित संभावनाएँ प्रदान करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार 25,000 युवाओं को उद्यमिता के लिए वित्तीय सहायता मिली है और अगली बार कुल 75,000 युवाओं को ऐसी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि एक लाख नौकरियाँ  देने का वादा पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि दो लाख युवाओं को स्वरोजगार के लिए सहायता देने का वादा पूरा होना शुरू हो गया है।

आज के समारोह में उद्यमियों ने कृषि, बागवानी, हार्डवेयर व्यवसाय, जलीय कृषि, पैकेजिंग, मुर्गी पालन, परिधान निर्माण, लकड़ी आधारित फर्नीचर आदि जैसे व्यवसाय स्थापित करने की योजनाएँ प्रस्तुत कीं।

प्रधानमंत्री की मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने चयनित उद्यमियों को मुख्यमंत्री के आत्मनिर्भर असम अभियान के तहत प्राप्त धन का प्रभावी उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि वे बाद में बैंकों से 20 लाख रुपये तक के ऋण के लिए पात्र हो सकें।