संवाददाता
बोको: मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कामरूप जिले के बोको स्थित गांधी मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत 325,234 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित करने का औपचारिक शुभारंभ किया।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएमएवाई-जी योजना देश भर के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को आवास सुनिश्चित करने के लिए शुरू की थी और असम इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
कार्यक्रम के दौरान, बोको निर्वाचन क्षेत्र में 7,558 लाभार्थियों और चमारिया निर्वाचन क्षेत्र में 2,095 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत स्वीकृति पत्र औपचारिक रूप से वितरित किए गए। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार बोको, चमारिया और पलासबारी निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक में 3,000 नए लाभार्थियों के लिए ओरुनोदोई योजना का विस्तार करेगी, यह सुनिश्चित करते हुए कि जिन परिवारों को पहले लाभ नहीं मिला था, उन्हें भी इसके दायरे में लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार का लक्ष्य कच्चे मकान में रहने वाले प्रत्येक परिवार को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि पात्र परिवारों की भौगोलिक पहचान का काम पूरा हो चुका है और ग्राम सभाओं में जल्द ही लाभार्थियों की नई सूचियां तैयार की जाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि पीएमएवाई के तहत 1.5 लाख रुपये से अधिक की सहायता और शौचालयों के लिए समर्थन ने गरीब परिवारों को सम्मान और राहत प्रदान की है।
अन्य कल्याणकारी उपायों का जिक्र करते हुए डॉ. शर्मा ने ओरुनोदोई योजना, 1,250 रुपये की मासिक सहायता और दाल, चीनी और नमक की रियायती आपूर्ति का उल्लेख किया, जो मिलकर परिवारों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार एक भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां गरीब परिवार आसानी से कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
एक अलग संदर्भ में, मुख्यमंत्री ने गुवाहाटी में आयोजित पोस्ट मेलोन के सफल संगीत कार्यक्रम पर गर्व व्यक्त किया, जिसमें अमेरिका, लंदन, यूरोप और फ्रांस से भी दर्शक आए थे। इसे 'असम के लिए गौरव का दिन' बताते हुए उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने राज्य को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया है, जिससे पर्यटक अब यहां अधिक समय तक रुकना पसंद कर रहे हैं, और इस प्रकार स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिल रहा है। हाँलाकि वे स्वयं उपस्थित नहीं हो सके, डॉ. सरमा ने कहा कि संगीत कार्यक्रम का आयोजन बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया और इसे व्यापक सराहना मिली।