शीर्ष सुर्खियाँ

केंद्र सरकार कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए पूर्वोत्तर के 4 राज्यों में 98 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं पर काम शुरू करेगी

सड़क संपर्क और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने चार पूर्वोत्तर राज्यों में 98 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया है।

Sentinel Digital Desk

नई दिल्ली/कोहिमा: सड़क संपर्क और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने चार पूर्वोत्तर राज्यों- अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में 98 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

नागालैंड सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को दिल्ली में अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा और नागालैंड में 98 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि 98 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर कई हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएँगे। 98 परियोजनाओं में से 15 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएँ अरुणाचल प्रदेश में हैं, जिनकी लंबाई 423 किलोमीटर है, 29 परियोजनाएँ नगालैंड में हैं, जिनकी लंबाई 545 किलोमीटर है, 38 परियोजनाएँ मणिपुर में हैं, जिनकी लंबाई 808 किलोमीटर है, और 16 परियोजनाएँ त्रिपुरा में हैं, जिनकी लंबाई 324 किलोमीटर है।

अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे को समय पर पूरा करने के लिए विकास में तेजी लाने पर जोर दिया, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र में गतिशीलता बढ़ाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को बल मिला। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मणिपुर में 1026 किलोमीटर लंबाई की 50 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को मंजूरी दी है।

इसमें से 902 किलोमीटर लंबाई की 44 परियोजनाएँ अब तक राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में 125 किलोमीटर लंबाई की 8 परियोजनाएँ पूरी हो चुकी हैं और 777 किलोमीटर लंबाई की 12,000 करोड़ रुपये की 36 परियोजनाओं का शेष कार्य प्रगति पर है।

मंत्रालय की वार्षिक योजना 2024-25 में, 1350 करोड़ रुपये की लागत वाली 90 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली 2 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएँ हैं जो पहाड़ियों में स्थित हैं।

गडकरी ने अपने पोस्ट में कहा: "बैठक का फोकस मणिपुर में विकास को गति देने और इन महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर था। इससे न केवल कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा, जो पूर्वोत्तर क्षेत्र की उन्नति के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।"

गडकरी ने कहा, "बैठक में हमने त्रिपुरा में राजमार्ग अवसंरचना के विकास को तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि यह अधिक टिकाऊ और लागत-कुशल हो। इन प्रयासों से कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा, स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा मिलेगा और पूर्वोत्तर को राष्ट्रीय विकास ढाँचे में और अधिक एकीकृत किया जा सकेगा।"

सोमवार की बैठक में केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री (पेमा खांडू), मणिपुर (एन बीरेन सिंह), त्रिपुरा (माणिक साहा), नागालैंड के उपमुख्यमंत्री (टीआर जेलियांग) और राज्य मंत्री-अजय टम्टा और हर्ष मल्होत्रा-वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। (आईएएनएस)