Begin typing your search above and press return to search.

असम बीजेपी ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है

उच्चतम न्यायालय ने गौहाटी उच्च न्यायालय में पेश नहीं होने की उनकी याचिका खारिज कर दी थी।

असम बीजेपी ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है

Sentinel Digital DeskBy : Sentinel Digital Desk

  |  13 Dec 2022 10:44 AM GMT

गुवाहाटी: भारतीय जनता पार्टी असम ने दिल्ली सरकार के मंत्री के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी की है और आम आदमी पार्टी को असम के मुख्यमंत्री को बदनाम करने के खिलाफ चेतावनी दी है।

असम भाजपा ने आम आदमी पार्टी को चेतावनी दी है कि वह मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा और असम की भाजपा नीत राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी दुष्प्रचार में शामिल न हो। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा और उनके परिवार के अन्य सदस्य पीपीई किट की खरीद में बड़े पैमाने पर घोटाले में शामिल थे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया। समन मिलने के बावजूद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री खुद गुवाहाटी कोर्ट में पेश नहीं हुए और उन्होंने गुवाहाटी हाई कोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट में अपील कर पूरे मामले को खत्म करने की मांग की। लेकिन 12 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री की याचिका खारिज कर दी और अदालत में पेश नहीं होने पर उनकी कड़ी निंदा की।

अदालत ने यह भी टिप्पणी की कि मनीष सिसोदिया को इस घटिया प्रचार में शामिल होने के लिए उचित परिणाम भुगतने चाहिए। अदालत के बयान का हवाला देते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कल्याण गोगोई ने आम आदमी पार्टी को ओछी और निम्न स्तर की राजनीति नहीं करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के लोग आप की ओछी राजनीति को पहले ही खारिज कर चुके हैं और असम के लोग भी आगामी चुनावों में आप का राजनीतिक समर्थन करेंगे। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि असम के लोग आप की प्रचार प्रक्रिया को पहले ही समझ चुके हैं।

यह भी पढ़े - सांसद पबित्रा मार्गेरिटा: चाय को 'राष्ट्रीय पेय' घोषित करें

यह भी देखे -

Next Story
पूर्वोत्तर समाचार