
एक संवाददाता
पलासबारी: कामरूप जिले के बिजयनगर स्थित लाइफ सेव अस्पताल में हुई एक चौंकाने वाली घटना ने एक बार फिर निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में मरीजों की सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं।
नागालैंड की एक युवती ने बुधवार को एक अस्पताल कर्मचारी पर चिकित्सा प्रक्रिया के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। आरोपी, जिसकी पहचान बरपेटा जिले के सीटी स्कैन तकनीशियन नज़रुल इस्लाम के रूप में हुई है, ने कथित तौर पर महिला से उसके कपड़े उतारने को कहा और उस पर उसे अनुचित तरीके से छूने का भी आरोप है।
शिकायत के बाद, पुलिस ने तुरंत आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल हिरासत में है और उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की उम्मीद है।
इस घटना से स्थानीय निवासियों और नागरिक समाज समूहों में व्यापक आक्रोश फैल गया है, जिन्होंने राज्य के निजी अस्पतालों पर कड़ी निगरानी रखने की मांग की है। सामुदायिक नेताओं ने ज़ोर देकर कहा कि ऐसी घटनाएँ न केवल पीड़ितों को आघात पहुँचाती हैं, बल्कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में जनता का विश्वास भी कम करती हैं। पर्यवेक्षकों ने कहा कि सरकारी और निजी दोनों स्वास्थ्य संस्थानों में दुर्व्यवहार और लापरवाही की बार-बार आने वाली रिपोर्टों ने असम के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में जवाबदेही और नियामक प्रवर्तन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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