
गुवाहाटी: राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष विजया राहतकर ने असम के मुख्य सचिव और राज्य प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की।
बैठक में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई विभिन्न महिला-केंद्रित योजनाओं के कार्यान्वयन और प्रभाव का मूल्यांकन किया गया। इनमें महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और आर्थिक समावेशन पर केंद्रित कार्यक्रम शामिल हैं।
चर्चा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा असम के सभी विभागों, संस्थानों और कार्यालयों में कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 (पीओएसएच अधिनियम) के प्रवर्तन पर केंद्रित था। अध्यक्ष ने महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण सुनिश्चित करने हेतु पीओएसएच दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने और नियमित निगरानी तंत्र की आवश्यकता पर बल दिया।
राहतकर ने सेवाओं के वितरण को सुव्यवस्थित करने और लक्षित लाभार्थियों तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुँचने के लिए अंतर-विभागीय समन्वय के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने असम सरकार के प्रयासों की सराहना की और अधिकारियों से कमियों की पहचान करने, निगरानी को मज़बूत करने और सभी स्तरों पर जवाबदेही सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
यह बैठक राज्य भर में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और लैंगिक समानता को बढ़ाने के लिए सहयोगात्मक शासन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।