सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने नामघरिया, पुजारियों को वित्तीय सहायता वितरित की

राज्य सरकार द्वारा कोविड -19 महामारी की ऊंचाई पर की गई घोषणा के अनुसार
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने नामघरिया, पुजारियों को वित्तीय सहायता वितरित की

स्टाफ रिपोर्टर

गुवाहाटी: कोविड-19 महामारी के चरम पर राज्य सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को औपचारिक रूप से असम के 6,124 नामघरियों और 2,438 पुजारियों को 10,000 रुपये का एकमुश्त अनुदान वितरित किया।

इस अवसर पर यहां जनता भवन में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नामघरों और मंदिरों को सहायता धार्मिक आधार पर नहीं बल्कि इसलिए दी जा रही है क्योंकि ये असम की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण घटक हैं।

"धर्म और संस्कृति के बीच बहुत महीन रेखा है। मंदिर केवल पूजा का स्थान नहीं है, यह हमारी प्राचीन संस्कृति और इतिहास को भी दर्शाता है। नामघर भी हमारी सांस्कृतिक पहचान को जीवित रखे हुए हैं। नाम-कीर्तन नामघरों में किया जाता है, लेकिन ये भी हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं", सरमा ने कहा।

सरमा ने कहा कि जहां 10 नामघरियों और 10 पुजारियों को आज औपचारिक रूप से वित्तीय सहायता दी गई, वहीं अन्य लाभार्थियों को भी कुछ घंटों के भीतर उनके संबंधित बैंक खातों में अनुदान प्राप्त हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार विभिन्न नामघरों और मंदिरों के विकास और संरक्षण के लिए भी कई कदम उठा रही है।

सरमा ने यह भी बताया कि राज्य सरकार धुबरी जिले में मृतक गायिका प्रतिमा पांडे बरुआ के पैतृक घर को अगले 1 जनवरी को उनके परिवार से औपचारिक रूप से अपने कब्जे में ले लेगी और एक स्मारक संग्रहालय में परिवर्तित कर देगी।

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