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भारत आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस मना रहा है

यह दिन भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना का प्रतीक है

भारत आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस मना रहा है

Sentinel Digital DeskBy : Sentinel Digital Desk

  |  16 Nov 2022 10:23 AM GMT

गुवाहाटी: भारत जैसे बड़े लोकतांत्रिक देश में मीडिया के महत्व को उजागर करने के लिए 16 नवंबर को देश भर में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है।

राष्ट्रीय प्रेस दिवस ने देश में प्रेस मीडिया की सर्वोच्च नियामक संस्था, भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना की याद में मनाया। यह सुनिश्चित करता है कि सभी मामलों में स्वतंत्र और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बरकरार रहे।

भारतीय प्रेस परिषद के कर्तव्य दो तरफा हैं। सबसे पहले यह देश के सभी पत्रकारों को आम जनता के सामने सच्चाई लाने के उनके प्रयास में सुरक्षा और सुरक्षा प्रदान करता है। दूसरे, यह पत्रकारों द्वारा किए गए कार्यों पर नज़र रखता है और यह सुनिश्चित करता है कि समुदाय के सभी सदस्यों द्वारा पत्रकारिता नैतिकता का पालन किया जाए।

भारत की स्वतंत्रता के तुरंत बाद प्रेस के लिए एक स्वतंत्र शासी निकाय की आवश्यकता महसूस की गई। इनके कारण वर्ष 1956 में प्रथम प्रेस आयोग का गठन हुआ। इसने देश में पत्रकारिता नैतिकता को साकार करने और स्थापित करने के लिए एक वैधानिक प्राधिकरण के गठन की सिफारिश की। और इसके कारण दस साल बाद 16 नवंबर, 1966 को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का गठन हुआ।

भारत सरकार के केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्विटर पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर मैं सभी मीडियाकर्मियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। यह बिना किसी डर या पक्षपात के जिम्मेदार पत्रकारिता के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि का दिन है। मैं उम्मीद करता हूं कि मीडिया हमारे लोकतंत्र में तेजी से रचनात्मक भूमिका निभाएगा। # नेशनल प्रेस डे 2022।"

लेकिन करीब पांच दशक पहले अपने गठन के बाद से देश का समाचार-पत्र कई गुना बदल गया है। ग्रेस्केल प्रिंट पूर्ण रंग बन गए, और साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, त्रैमासिक और द्विवार्षिक प्रकाशन समय बीतने के साथ आम हो गए। फिर टीवी और सैटेलाइट चैनलों का जमाना आया और अब डिजिटल मीडिया हाउस का जमाना है। जानकारी अब पलक झपकते ही पाठकों तक पहुंच जाती है। इस प्रकार देश में किसी भी निगरानी एजेंसी के लिए चीजें कठिन हो जाती हैं।

विंडहोक की घोषणा पर हस्ताक्षर करने के लिए वर्ष 1993 से 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इस साल का जश्न उरुग्वे में 'जर्नलिस्ट अंडर डिजिटल सीज' थीम के साथ आयोजित किया गया था।

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