स्टाफ रिपोर्टर
गुवाहाटी: अन्य ब्रांडेड बोरियों में पैक किए जा रहे पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) और टीपीडीएस (लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली) चावल की जब्ती और उस सिलसिले में एक मजनूर अली की बाद में गिरफ्तारी ने राज्य में पीडीएस रैकेट का पर्दाफाश कर दिया है।
बीआईईओ (आर्थिक अपराधों की जांच ब्यूरो) के जासूसों ने अगस्त 2020 में बारपेटा जिले के हाउली पुलिस स्टेशन के तहत बारबाला गांव में एक गोदाम में ग्रेड 1 चावल के 180 बैग, प्रत्येक में 50 किलोग्राम, और एफसीआई स्टिकर के साथ चावल के छह बैग जब्त किए।
बीआईईओ एसपी रूपकिशोर हांडिक ने कहा, "जब बीआईईओ के लोगों ने मजनूर अली के घर पर छापा मारा, तो कुछ मजदूर एफसीआई चावल को 50 किलो के पीले बैग में पैक कर सिलाई मशीन से सिलाई कर रहे थे। जब हमारे अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो मजदूर मौके से भाग गए। हम गाँवबुरहा और अन्य वरिष्ठ नागरिकों को गवाह के रूप में लेकर सभी चावल जब्त कर लिए। हमने एक बीआईईओ मामला दर्ज किया था (11/2020 धारा 120 (बी) / 420/406 आईपीसी, ईसी अधिनियम, 1955 की आर/डब्ल्यू धारा 7 के तहत)। जांच में पता चला कि मजनूर ने वह मकान सैफुद्दीन इस्लाम को किराये पर दे रखा था। मजनूर और सैफुद्दीन दोनों फरार थे। बीईओ ने मंगलवार को हाउली पुलिस की मदद से मजनूर को गिरफ्तार कर लिया। मजनूर पेशे से ड्राइवर है।'
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