
एक संवाददाता
जामुगुरीहाट: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य के छठे संस्करण से निकलने वाले जंगली हाथियों के झुंड, राष्ट्रीय उद्यान के छठे संस्करण की सीमा से सटे आस-पास के गाँवों के निवासियों के बीच उत्पात और तनाव पैदा करते हैं। इन विशालकाय जानवरों के नियमित प्रवेश से गरीब किसानों के धान के खेतों और निजी संपत्ति व सामान को भारी नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार रात जंगली हाथियों का एक झुंड जामुगुरीहाट के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित सीतलमारी गाँव में घुस आया और माधब छेत्री नाम के एक व्यक्ति के घर और रसोई को रौंद डाला। परिवार के सदस्य किसी तरह जंगली हाथियों के हमले से बच निकलने में कामयाब रहे।
जंगली हाथियों के हमलों में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि उन्होंने इस मामले की शिकायत संबंधित वन विभाग से की है, लेकिन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है।
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