असम: फर्जी सीबीआई अधिकारियों ने उद्योगपति से ठगे 7 करोड़ रुपये

लुधियाना पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के फर्जी वारंट से जुड़े 7 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है।
फर्जी वोटर कार्ड

फर्जी वोटर कार्ड

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स्टाफ रिपोर्टर

गुवाहाटी: लुधियाना पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के फर्जी वारंट से जुड़े 7 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस घोटाले से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि सात आरोपी अभी भी फरार हैं। आरोपियों ने सीबीआई अधिकारी बनकर एक प्रसिद्ध उद्योगपति एसपी ओसवाल से संपर्क किया और दावा किया कि मलेशिया से आया एक पार्सल मुंबई कस्टम्स ने जब्त किया है, जिसमें 58 पासपोर्ट और 16 एटीएम कार्ड हैं। उन्होंने उन्हें सुप्रीम कोर्ट का फर्जी वारंट दिखाया और पैसे की माँग की। उन्होंने दावा किया कि पार्सल वर्धमान कंपनी ने भेजा है और सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

एसपी ओसवाल ने शुरू में पार्सल के बारे में किसी भी जानकारी से इनकार किया। फिर आरोपियों ने स्काइप के जरिए वीडियो कॉल किया और सीबीआई अधिकारी बनकर फर्जी गिरफ्तारी वारंट दिखाए। बाद में ओसवाल ने आरोपी के बैंक खाते में 7 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। 31 अगस्त को एसपी ओसवाल ने लुधियाना पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

लुधियाना पुलिस ने गुवाहाटी में छापेमारी की और आनंद कुमार और अतनु चौधरी नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया, तथा फरार आरोपियों की अभी भी जाँच कर रही है।

पुलिस ने असम, दिल्ली और पश्चिम बंगाल से आरोपियों की पहचान की और उनके बैंक खातों से 5.25 करोड़ रुपये बरामद किए।

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