ग्लास निर्माताओं की बैठक गुवाहाटी में आयोजित की गई

एआईजीएमएफ के 77 साल के इतिहास में यह पहली बार है कि फेडरेशन की कार्यकारी बैठक पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार गुवाहाटी में हुई है।
ग्लास निर्माताओं की बैठक गुवाहाटी में आयोजित की गई

स्टाफ रिपोर्टर

गुवाहाटी: पूर्वोत्तर में पहली बार, ऑल इंडिया ग्लास मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन (एआईजीएमएफ) की कार्यकारी बैठक एनईएस रेफ्रेक्ट्रीज एलएलपी के आतिथ्य के तहत आयोजित की गई, जिसमें न केवल भारत बल्कि विदेशों से भी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

एआईजीएमएफ के 77 साल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि फेडरेशन की कार्यकारी बैठक पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार गुवाहाटी में हुई है।

कार्यक्रम का संचालन एनईएस रिफैक्टरीज एलएलपी की ओर से अमन गुप्ता ने किया। इस बैठक की पूरी व्यवस्था एनईएस रिफैक्टरीज एलएलपी के तीन भागीदारों क्रमशः अमन गुप्ता, बानी कलिता और रमित अग्रवाल द्वारा की गई थी।

गुप्ता ने बताया कि बैठक में यूके, फ्रांस और भूटान के अलावा भारत के विभिन्न शहरों के ग्लास व्यवसायियों ने भाग लिया, जिसमें सेंट गोबेन, एजीआई, ग्लास पैक (हिंदवेयर), सनराइज ग्लास, गोपाल ग्लास सहित कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं। बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

गुप्ता ने आगे बताया कि इस बैठक में भारत सरकार के तहत आने वाले भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) द्वारा व्यापार में 'स्वस्थ और अस्वास्थ्यकर' प्रतियोगिता के महत्वपूर्ण विषय पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया. जिसमें प्रेजेंटेशन के जरिए दोनों के बीच के अंतर को समझाया गया। मसलन अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा के तहत अंतरराष्ट्रीय बाजार से अगर कोई सामान भारत में आयात किया जाता है तो उस पर लगने वाले एंटी डंपिंग शुल्क के बारे में बताया गया। इसी प्रकार भारत में कोई उद्योग अनैतिक रूप से किसी उद्योग को व्यापार संबंधी बाधा उत्पन्न करता है तो उसके लिए भी सीसीआई के तहत विभिन्न कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। सारी जानकारी एआईजीएमएफ की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

इस कार्यकारी बैठक के दौरान एआईजीएमएफ के उपाध्यक्ष एचसी भंबानी (सनराइज ग्लास), सचिव विनीत कपूर, कोषाध्यक्ष पुरविश शाह (गोपाल ग्लास), सीजीसीआरआई के वैज्ञानिक डॉ के अन्नपूर्णा, अमन गुप्ता (मैनेजिंग पार्टनर एनईएस रिफैक्टरीज एलएलपी), डेव फोधम पब्लिशर्स ग्लास वर्ल्डवाइड मंच पर मौजूद थे। बैठक में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों ने भविष्य में पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों में इस तरह के सफल आयोजन की बात कही।

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