
स्टाफ रिपोर्टर
गुवाहाटी: राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) मंत्री रंजीत कुमार दास ने आज श्रीमंत शंकरदेव अंतर्राष्ट्रीय सभागार में भारत रत्न लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई की 75वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में आयोजित लोक कल्याण दिवस पर लोक सेवा पुरस्कार और कर्मश्री पुरस्कार प्रदान किए।
कार्यक्रम में भाग लेते हुए, मंत्री महोदय ने भारत रत्न को श्रद्धांजलि अर्पित की और असम सरकार द्वारा स्थापित कर्मश्री और लोक सेवा पुरस्कारों से सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया।
दास ने अपने भाषण में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई के असम के प्रति अमूल्य योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि 'अगर बोरदोलोई ने कैबिनेट मिशन योजना की समूहीकरण प्रणाली का कड़ा विरोध नहीं किया होता, जिसका उद्देश्य असम को तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में मिलाना था, तो आज असमिया लोगों और स्वयं राज्य के लिए भारत का गौरवशाली अंग बने रहना मुश्किल होता।' उन्होंने कहा कि असम के प्रत्येक कृतज्ञ नागरिक को लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई को उनके ऐतिहासिक नेतृत्व के लिए याद रखना चाहिए।
असम के तत्कालीन राज्यपाल जयराम दास दौलतराम द्वारा बोरदोलोई को "लोकप्रिय" की उपाधि दिए जाने का स्मरण करते हुए, मंत्री ने असम के प्रत्येक माता-पिता के लिए इस महान नेता के जीवन और योगदान से अपने बच्चों को परिचित कराने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
मंत्री ने बोरदोलोई की पुण्यतिथि के साथ 2022 से लोक कल्याण दिवस की शुरुआत करने और सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए कर्मश्री पुरस्कार और लोक सेवा पुरस्कार प्रदान करने की शुरुआत करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा की भी सराहना की।
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