कार्बिआंग्लांग में असम की जमीन पर अतिक्रमण कर रहा है मेघालय

कार्बिआंग्लांग में असम की जमीन पर अतिक्रमण कर रहा है मेघालय

गुवाहाटी। मेघालय की सीमा से लगे असम के मोकिराम, अर्टिंग, लैग इदेंग, रुपई और आस-पास के गांवों के निवासियों ने सड़कों की खराब स्थिति और बुनियादी सुविधाओं की कमी पर असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे इस इलाके में 100 वर्ष से भी अधि से रह रहे हैं। अब तक यहां पक्की सड़क नहीं बनी है जिसके कारण उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने-जाने में उन्हें परेशानी होती है। इसके अलावा पश्चिम कार्बिआंगलोंग जिले में माफियाओं द्वारा अवैध लकड़ी का कारोबार और अन्य गतिविधियां जारी है। कार्बिआंगलोंग जिले के प्रेस क्लब द्वारा हालही में सेटसीमा, खांडुली और लंडबरोई के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के अंदरूनी इलाके दो दिवसीय का आयोजन किया गया। दौरे के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र में ग्रामीणों मे अपनी परेशानीयों से पत्रकारों को अवगत करवाया। स्थानीय लोगों ने बताया कि वे नेताओं से आशा लगाए रहते हैं। परंतु नेता चुनावों के समय आते है। चुनाव संपन्न होने के बाद वे लोगों को भूल जाते है। उन्होंने बताया कि उनके पास भूल भूत सुविधा जैसे सड़क, पीने का पानी और बिजली नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में उन्होंने कई वार कार्बिआंगलोंग स्वायत्तशासी परिषद से भी ङ्क्षपर्क किया है। जिससे इलाके का विकास हो सके। परंतु हमारी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई। वे वहां बहुत ही कठिनाई भरा जीवन जी रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में विकास की कमी और राज्य सरकार के विभागीय लापरवाही का लाभ उठाकर मेघालय कार्बिआंगलोंग की भूमि पर अतिक्रमण कर रहा है। उन्होंने विभागों से समय रहते मामले में ध्यान देने की अपील की। ग्रामीणों ने बताया कि मेघालय के जयंतिया हिल्स के लोगों ने असम की करीब 6 किलोमीटर की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है।

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