डिजिटल फसल सर्वेक्षण पर राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण गुवाहाटी में आयोजित किया गया

डीसीएस पर जिला और राजस्व मंडल अधिकारियों के लिए एक दिवसीय राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आज गुवाहाटी के एक होटल के सभागार में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
डिजिटल फसल सर्वेक्षण पर राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण गुवाहाटी में आयोजित किया गया
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स्टाफ रिपोर्टर

गुवाहाटी: डिजिटल फसल सर्वेक्षण (डीसीएस) पर जिला एवं राजस्व मंडल अधिकारियों के लिए एक दिवसीय राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आज गुवाहाटी के एक होटल के सभागार में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा, असम सरकार के कृषि विभाग के सहयोग से, कृषि क्षेत्र के डिजिटलीकरण की दिशा में राज्य के प्रयासों के तहत आयोजित किया गया था।

प्रशिक्षण का उद्देश्य डीसीएस और किसान पंजीकरण के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रमुख क्षेत्रीय अधिकारियों को व्यापक ज्ञान और कौशल से लैस करना था। यह सर्वेक्षण खरीफ सीजन 2025-2026 के लिए अगस्त 2025 के उत्तरार्ध से असम के विभिन्न जिलों में शुरू होने वाला है।

असम सरकार के कृषि विभाग की आयुक्त एवं सचिव तथा कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी), अरुणा राजोरिया ने उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। अपने संबोधन में, उन्होंने भाग लेने वाले अधिकारियों से फसल सर्वेक्षण और किसान पंजीकरण जैसी डिजिटल पहलों को बढ़ावा देकर "परिवर्तनकारी बदलाव के वाहक" बनने का आग्रह किया। उन्होंने असम में कृषि के एक नए युग की शुरुआत करने में इन प्रयासों की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया।

कार्यक्रम में बोलते हुए, कृषि निदेशक डॉ. पी. उदय प्रवीण ने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य डिजिटल प्रक्रियाओं पर गहन प्रशिक्षण के माध्यम से अधिकारियों की क्षमताओं को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा कि डिजिटल उपकरणों के कार्यान्वयन से सटीक डेटा संग्रहण, किसानों की विशिष्ट पहचान, भूमि अभिलेखों का एकीकरण और सरकारी लाभों का लक्षित वितरण सुनिश्चित होगा।

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