
गुवाहाटी: गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) के प्रसूति वार्ड में सोमवार को एक दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाली घटना घटी, जहाँ शिशु एनआईसीयू का एक बिस्तर अचानक टूटकर गिर गया।
रिपोर्टों के अनुसार, चार नवजात शिशुओं को एक साथ बिस्तर पर रखा गया था, तभी अचानक बिस्तर टूट गया और वे गिर गए। दुर्भाग्य से, एक शिशु की मौत हो गई, जबकि अन्य तीन गंभीर रूप से घायल हो गए और वर्तमान में चिकित्सा देखभाल के तहत गंभीर हालत में हैं।
गुवाहाटी के नूनमाटी निवासी, मृतक शिशु के माता-पिता इस नुकसान से बेहद दुखी हैं और उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। शोकाकुल परिवारों ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के बाद, अस्पताल के कर्मचारियों ने उन्हें अपने बच्चों से मिलने नहीं दिया, जिससे उनका दर्द और निराशा और बढ़ गई।
प्रत्यक्षदर्शियों और तीमारदारों ने दावा किया कि यह हादसा अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही और खराब रखरखाव का नतीजा था। इस घटना से व्यापक आक्रोश फैल गया है और असम के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के सुरक्षा मानकों और जवाबदेही पर सवाल उठ रहे हैं।
इस घटना ने एनआईसीयू की भीड़भाड़ की स्थिति को भी उजागर किया है, जहाँ कथित तौर पर जगह की कमी के कारण कई नवजात शिशुओं को एक साथ रखा गया था। स्वास्थ्य अधिकार कार्यकर्ताओं और आम जनता ने इस मामले की गहन जाँच की माँग की है और इस त्रासदी के लिए ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है।
फिलहाल, तीनों घायल शिशुओं की हालत गंभीर बनी हुई है और डॉक्टर उन पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। जीएमसीएच के अधिकारियों ने अभी तक इस घटना के बारे में कोई विस्तृत बयान जारी नहीं किया है।