गुवाहाटी/बिलासीपारा/सिलचर: असम पुलिस ने पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) पर कार्रवाई करते हुए आज इसके 25 सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनमें कॉलेज और स्कूल के शिक्षक, इमाम, छात्र नेता, व्यवसायी और अन्य शामिल हैं। पुलिस ने विभिन्न जिलों में पीएफआई सदस्यों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए हैं।
राज्य पुलिस बलों ने 22 सितंबर, 2022 को 11 पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "पुलिस पीएफआई के खिलाफ अपना अभियान तेज करेगी।"
मुख्यमंत्री ने केंद्र से कई मौकों पर असम में उनकी कथित आतंकी गतिविधियों के लिए PFI पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया।
आज गिरफ्तार किए गए पीएफआई सदस्यों में से दस गोवालपारा से हैं; कामरूप से पांच; धुबरी से तीन; बरपेटा और बक्सा से दो-दो; और करीमगंज, दरांग और उदलगुरी से एक-एक पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने आज करीमगंज कस्बे के बाहरी इलाके बिशफुटी से अबू सालेह को गिरफ्तार किया। सालेह बी.एस.सी. करीमगंज कॉलेज के छात्र। एक स्थानीय अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया हैं।
धुबरी जिले की बिलासीपारा पुलिस ने बिलासीपारा थाना अंतर्गत अलग-अलग जगहों से पीएफआई के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है |
गिरफ्तार किए गए पीएफआई सदस्यों के खिलाफ आपराधिक साजिश, देशद्रोह, विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने आदि के आरोप हैं। एक पुलिस सूत्र ने कहा कि पीएफआई के नेता और सदस्य पूरे राज्य में सांप्रदायिक तनाव को भड़काने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। वे सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) विरोधी आंदोलन के बाद से असम में सक्रिय हैं। तब से पीएफआई असम पुलिस के रडार पर है।
पीएफआई के पूर्वोत्तर क्षेत्रीय सचिव अमीनुल हक, असम इकाई के अध्यक्ष अबू सामा और महासचिव रोबिउल हुसैन असम में गिरफ्तार किए गए 36 पीएफआई सदस्यों में शामिल हैं। पीएफआई के तीन सदस्य हैं- एक स्कूल शिक्षक अब्दुल हामिद; धुबरी जिला पीएफआई अध्यक्ष अब्दुस सलाम तालुकदार और लुत्फर रहमान।
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