मणिपुर में अलग-अलग अभियानों में 22 उग्रवादी गिरफ्तार, छह हथियार बरामद

अधिकारियों ने मंगलवार को पुष्टि की कि मणिपुर में सुरक्षा बलों ने छह जिलों में समन्वित अभियान चलाकर 22 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया तथा हथियार, आईईडी और युद्ध सामग्री जब्त की।
मणिपुर में अलग-अलग अभियानों में 22 उग्रवादी गिरफ्तार, छह हथियार बरामद
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इंफाल: सेना, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने संयुक्त अभियानों की एक श्रृंखला में विभिन्न संगठनों के 22 कट्टर उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है और छह जिलों से छह विभिन्न प्रकार के हथियार, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा और अन्य युद्ध संबंधी सामान बरामद किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि समन्वित सूचना-आधारित अभियानों की एक श्रृंखला में सेना और असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर विभिन्न पहाड़ी और घाटी-आधारित उग्रवादी समूहों के 22 सक्रिय कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।

ये अभियान छह जिलों - बिष्णुपुर, चुराचांदपुर, चंदेल, थौबल, इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व में चलाए गए।

सप्ताह भर चले इस सघन अभियान के दौरान छह अत्याधुनिक हथियार, कुछ आईईडी, ग्रेनेड, गोला-बारूद और अन्य युद्ध-संबंधी सामग्री भी बरामद की गई।

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए उग्रवादी तीन प्रतिबंधित संगठनों - कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी), पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक (पीआरईपीएके) और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के विभिन्न गुटों से जुड़े थे।

प्रवक्ता ने कहा कि सफल अभियानों की यह श्रृंखला मणिपुर में शांति, स्थिरता और जन सुरक्षा बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों और सभी सुरक्षा एजेंसियों के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सोमवार को थौबल ज़िले से एक कट्टर केसीपी (पीपुल्स वार ग्रुप) मयेंगबाम अमिताभ सिंह उर्फ खाबा (32) को गिरफ्तार किया।

प्रारंभिक जाँच में पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी और एनआईटी इंफाल के कर्मचारियों को धमकी देने के एक अन्य मामले में उसकी सक्रिय संलिप्तता सामने आई है।

उसके पास से पिस्तौल और अन्य हथियार व गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। सुरक्षा बल ज़िलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान और क्षेत्र में दबदबा बनाए हुए हैं।

पुलिस ने लोगों को अफवाहें और फर्जी वीडियो फैलाने से भी आगाह किया है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और फर्जी वीडियो के प्रति सतर्क रहने की अपील की है। पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि किसी भी वीडियो, ऑडियो क्लिप आदि की सत्यता की पुष्टि केंद्रीय नियंत्रण कक्ष द्वारा की जा सकती है। पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई फर्जी पोस्ट प्रसारित होने की संभावना है। (आईएएनएस)

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