गुवाहाटी: अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ जिलों में लगातार बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है |
जोरहाट जिले के नेमाटीघाट में आज दूसरे दिन ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बाढ़ से राज्य के पांच जिलों के 11 राजस्व मंडल प्रभावित हुए हैं | प्रभावित जिले धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, लखीमपुर और नगांव हैं।
अरुणाचल प्रदेश से बहने वाली जियाधोल, कुमोतिया और कुछ अन्य नदियों ने धेमाजी जिले के जोनाई, गोगामुख और कुछ अन्य गांवों को जलमग्न कर दिया है। धेमाजी और लखीमपुर जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई स्कूल बंद रहे |
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बाढ़ बुलेटिन के अनुसार, बाढ़ की इस लहर ने 7 अक्टूबर, 2022 से पांच जिलों के 110 गांवों को प्रभावित किया है। अकेले धेमाजी जिले में 76 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। धेमाजी के बाद लखीमपुर जिला है, जिसमें 26 प्रभावित गांव हैं। बाढ़ से 69,750 लोग प्रभावित हुए और पांच जिलों में 3021..40 हेक्टेयर फसल क्षेत्र जलमग्न हो गए।बाढ़ ने पशुधन को भी प्रभावित किया, जिनकी संख्या लगभग 34,827 थी।
बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने 22 राहत वितरण केंद्र खोले हैं |
बाढ़ के साथ-साथ सात जिलों- बिश्वनाथ, धेमाजी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर, मोरीगांव, सोनितपुर और तिनसुकिया से जलकटाव की खबरें आईं हैं।
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