

स्टाफ रिपोर्टर
गुवाहाटी: अमगुरी नबनिरमन समिति (एएनएस) ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में शिकायत दर्ज कराकर 2009 से 2014 तक जीएमडीए (गुवाहाटी मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी) के तहत विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन में 'सरकारी धन के दुरुपयोग' में शामिल अधिकारियों और व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है।
एएनएस अध्यक्ष दिगंता सैकिया ने असम के प्रधान महालेखाकार की ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर शिकायत दर्ज कराई, जिसमें पाइपों की आपूर्ति के लिए अत्यधिक उच्च दर के कारण 105 करोड़ रुपये की अतिरिक्त व्यय, परामर्श शुल्क के रूप में 4.45 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च, इतनी ही राशि के लिए सुरक्षा के खिलाफ ठेकेदारों को 29.68 करोड़ रुपये का अनुचित वित्तीय लाभ जैसी वित्तीय अनियमितताओं का उल्लेख किया गया है। 2014 तक 1.32 करोड़ रुपये आदि के ब्याज का नुकसान हुआ।
एएनएस की शिकायत के अनुसार, जीएमडीए द्वारा विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन और विभिन्न मदों में धन के दुरुपयोग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आया है, जिसमें अतिरिक्त धन जारी करना और गैर-मौजूद परियोजनाओं और कार्यों के लिए धन का भुगतान शामिल है। शिकायत में दावा किया गया है कि धन के सभी दुरुपयोग का स्पष्ट प्रतिबिंब प्रधान महालेखाकार, असम की 2021 की ऑडिट रिपोर्ट में है।
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