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असम-मेघालय सीमा समझौता: बोको में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं

कामरूप जिले में असम-मेघालय सीमा पर बोको में स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया मिली-जुली आ रही है।

असम-मेघालय सीमा समझौता: बोको में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं

Sentinel Digital DeskBy : Sentinel Digital Desk

  |  1 April 2022 5:57 AM GMT

बोको: कामरूप जिले में असम-मेघालय सीमा पर बोको में स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया मिली-जुली नजर आ रही है।

मेघालय समर्थकों ने बुधवार रात बोको सीमा पर असम के एक सर्वेक्षण स्तंभ को कथित तौर पर उखाड़ दिया।

असम-मेघालय सीमा पर लम्पी के पास कोम्पादुली गांव में उपद्रवियों ने असम सरकार के सर्वेक्षण विभाग के खंभे को कथित तौर पर उखाड़ फेंका। बदमाशों ने कंक्रीट के दो खंभे उखाड़ दिए। करीब एक सप्ताह पूर्व कंपाडुली में पोल लगाए गए थे।

यह घटना सीमा विवादों को सुलझाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर के बाद करीब आ गई। दोनों मुख्यमंत्रियों ने पहले चरण में छह विवादित क्षेत्रों में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए। छह विवादित क्षेत्रों में से कामरूप जिले के बोको निर्वाचन क्षेत्र के तीन विवादित क्षेत्र हाहिम, ताराबारी और गिजांग हैं। असम के इस क्षेत्र के कई गांव अब मेघालय में आते हैं।

ताराबारी क्षेत्र के अंतर्गत मलंग शालबारी गाँव कथित तौर पर असम में था, मेघालय में नहीं। गांव के करीब 30 परिवारों में खुशी का माहौल था। वे असम में रहना चाहते थे। ताराबारी क्षेत्र के मलंग शालबाड़ी में पिछले कुछ दिनों से असामाजिक तत्व असम का समर्थन कर रहे लोगों को कथित रूप से परेशान कर रहे थे।

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