पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने असम की 3 परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को मंजूरी दी

पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डीओएनईआर) ने असम में शिक्षा से संबंधित तीन परियोजनाओं की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को मंजूरी दे दी है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने असम की 3 परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को मंजूरी दी
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स्टाफ रिपोर्टर

गुवाहाटी: पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डीओएनईआर) ने असम में शिक्षा से जुड़ी तीन परियोजनाओं की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को मंजूरी दे दी है।

अपनी 57वीं बैठक में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय की एनईएसआईडीएस-ओटीआरआई (पूर्वोत्तर विशेष अवसंरचना विकास योजना-सड़क अवसंरचना के अलावा) की अधिकार प्राप्त अंतर-मंत्रालयी समिति (ईआईएमसी) ने तीनों डीपीआर को मंजूरी के लिए अनुशंसित किया। तीनों परियोजनाओं की लागत 123.84 करोड़ रुपये है।

ईआईएमसी बैठक का निर्णय 18 जून, 2025 को जारी डोनर के कार्यालय ज्ञापन में सामने आया।

कार्यालय ज्ञापन के अनुसार, नीति आयोग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, भारत सरकार तथा दूरसंचार विभाग ने गहन जांच के बाद असम की तीनों परियोजनाओं को समर्थन दिया।

ये तीनों परियोजनाएं एनईएसआईडीएस-ओटीआरआई के तहत असम में स्मार्ट टेक एनहांसिंग लर्निंग टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन के तीन चरण हैं। तीनों परियोजनाओं की लागत चरण I के लिए 44 करोड़ रुपये, चरण II के लिए 43.52 करोड़ रुपये तथा चरण III के लिए 36.32 करोड़ रुपये है।

एनईएसआईडीएस-ओटीआरआई भारत सरकार द्वारा पूर्ण रूप से वित्तपोषित पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय की एक केंद्रीय क्षेत्र योजना है जिसका उद्देश्य भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास करना है।

डीओएनईआर के तत्कालीन नॉन-लैप्सेबल सेंट्रल पूल ऑफ रिसोर्सेज (एनएलसीपीआर) में फंडिंग पैटर्न 90:10 (केंद्र द्वारा 90 प्रतिशत और संबंधित राज्य सरकारों द्वारा 10 प्रतिशत) था। एनईएसआईडीएस के दो विंग हैं- एक सड़कों के लिए और दूसरा ओटीआरआई के लिए। एनईएसआईडीएस एनएलसीपीआर का संशोधित संस्करण है।

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