

बिश्वनाथ: असम के बिश्वनाथ जिले के भोलाखाट बील में देर रात चलाए गए एक अभियान के दौरान बिश्वनाथ घाट रेंज और वन अपराध जांच रेंज की एक संयुक्त टीम ने पांच शिकारियों को गिरफ्तार किया। वन अधिकारियों को सूचना मिली थी कि शिकारियों के एक समूह ने जंगली पक्षियों को पकड़ने के लिए बील में जाल बिछा रखा है। इसके बाद ये गिरफ्तारियां की गईं।
सूचना मिलते ही वन टीम ने मौके पर छापा मारा और शिकारियों को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस अभियान के दौरान अधिकारियों ने एक जीवित कॉटन पिग्मी गूज (कपास बौना हंस) को बचाया, जो एक दुर्लभ जंगली पक्षी प्रजाति है। अफगानिस्तान से आने वाली इस प्रवासी प्रजाति को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के अंतर्गत रखा गया है, जिसके तहत इसे सर्वोच्च कानूनी संरक्षण प्राप्त है।
टीम ने गिरफ्तार व्यक्तियों से मछली मारने का जाल, दो मोबाइल फोन, एक टॉर्च और दो सफेद बैग भी ज़ब्त किए।
गिरफ्तार किए गए पाँचों शिकारियों की पहचान सैफुल इस्लाम, अनवर हुसैन, तमसर अली, अबुल हुसैन और फुकिर अली के रूप में हुई है। वन अधिकारियों ने कहा कि अनुसूची I में संरक्षित प्रजातियों के शिकार के प्रयासों के लिए सख्त कानूनी कारवाई की जाएगी।