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जय श्रीराम पर ममता की प्रतिक्रिया तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा: बाबुल सुप्रियो

जय श्रीराम पर ममता की प्रतिक्रिया तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा: बाबुल सुप्रियो

Sentinel Digital DeskBy : Sentinel Digital Desk

  |  5 Jun 2019 6:11 AM GMT

कोलकाता। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जय श्रीराम नारे पर नाराजगी भरी प्रतिक्रिया तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा है।बाबुल सुप्रियो ने संवाददाताओं से कहा, जय श्रीराम का उच्चारण करना लोगों की पसंद है और कई बार नारे विरोध के मुहावरे बन जाते हैं। अगर उन लोगों ने अल्लाह हू अकबर का उच्चारण किया होता तो क्या दीदी उनका पीछा करतीं या वह प्यार से उनके इफ्तार में शामिल होतीं। यह पूरी चीज तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख के व्यवहार के पीछे की मंशा राज्य के अल्पसंख्यक समुदायों को संदेश देने की है। बाबुल सुप्रियो ने कहा, अपनी प्रतिक्रिया से वह (ममता) सिर्फ अल्पसंख्यकों को संदेश देने की कोशिश कर रही हैं कि वह उनके लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। ममता द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं के जय श्रीराम का नारा लगाने पर आपा खोने के कुछ दिनों बाद ममता ने रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में भाजपा पर धर्म को राजनीति में मिलाने और एक धार्मिक नारे का इस्तेमाल दुर्भावना के साथ पार्टी नारे के रूप में करने का आरोप लगाया। सुप्रियो ने तृणमूल प्रमुख के आरोपों को खारिज किया और कहा, भाजपा बंगाल में जय श्रीराम का नारा बाहर से नहीं लाई। लोग खुद से यह नारा लगा रहे हैं।(आईएएनएस)

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