गुवाहाटी : एक महत्वपूर्ण कदम के तहत राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों की मासिक पेंशन को बढ़ाकर 36 हजार रुपये कर दिया गया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के अनुमोदन से गृह एवं राजनीतिक विभाग ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है।
स्वतंत्रता सेनानियों को अब पेंशन के रूप में 21,000 रुपये प्रति माह मिल रहे हैं। इस राशि को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 36,000 रुपये कर दिया गया है। अधिसूचना में आगे कहा गया है कि यह बढ़ोतरी असम स्वतंत्रता सैनिक राहत नियम, 1988 के प्रावधानों के तहत की गई है। इस बढ़ोतरी का लाभ वे सभी व्यक्ति उठा सकते हैं, जो राज्य के खजाने से राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन ले रहे हैं।
स्वतंत्रता सेनानियों की मासिक पेंशन में बढ़ोतरी असम फ्रीडम फाइटर्स एसोसिएशन की लंबे समय से चली आ रही मांगों में से एक रही है। दरअसल, 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले असम स्टेट फ्रीडम फाइटर्स एसोसिएशन ने अपनी मांगों के समर्थन में दिसपुर लास्ट गेट पर धरना दिया था। नई सरकार बनने के बाद स्वतंत्रता सेनानियों की मासिक पेंशन बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हुई और आखिरकार अब सरकार ने इस मामले में नीतिगत फैसला लिया है।
द सेंटिनल से बात करते हुए, असम स्टेट फ्रीडम फाइटर्स एसोसिएशन के महासचिव द्विजेंद्र मोहन सरमा ने कहा, "21,000 रुपये से 36,000 रुपये की यह बढ़ोतरी स्वतंत्रता सेनानियों और उनके आश्रितों को राहत देगी। अधिकांश स्वतंत्रता सेनानी जो जीवित हैं वो विभिन्न वृद्धावस्था की बीमारियों से पीड़ित है। उनके पास बहुत सारे चिकित्सा खर्च हैं। इसलिए पेंशन में यह बढ़ोतरी उन्हें बहुत राहत देगी।"
उन्होंने आगे कहा, "असम स्वतंत्रता सैनिक राहत नियम, 1988 के खंड अब पुराने और अप्रासंगिक हो गए हैं। हम राज्य सरकार से बदलते समय के अनुरूप नियमों में संशोधन करने का आग्रह करते हैं।"
असम राज्य स्वतंत्रता सेनानी संघ के अनुसार, राज्य में 130 स्वतंत्रता सेनानी हैं।
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