

हैलाकांडी: 13 दिसंबर, शनिवार को हैलाकांडी जिला न्यायालय के परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गई, जो हैलाकांडी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पहल पर हुई। उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के लिए एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिन्होंने बिजली बिल और बैंक ऋण की किश्तों का भुगतान नहीं किया था, ताकि उन्हें कर्ज-मुक्त बनने में मदद मिल सके। इसके अलावा, मोटर एक्सीडेंट क्लेम्स ट्रिब्यूनल (एमएसीटी) से संबंधित मामले, आपराधिक संधीयोग्य मामले, एनआईए मामले और अभिभावकत्व से संबंधित मामले भी लोक अदालत में उठाए गए। आगे, इन मामलों को चर्चा और जुर्माने के लगाया जाने के माध्यम से निपटाने का प्रयास किया गया।
न्यायिक कार्यवाही सात बेंचों के माध्यम से चली। हैलाकांडी न्यायालय परिसर में स्थित सभी न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गई। इसी बीच, जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रणब शर्मा ने जानकारी दी कि आज लगभग 6,000 पूर्व-मुकदमे के मामलों को लोक अदालत में निपटान के लिए पंजीकृत किया गया। यह उल्लेखनीय है कि वर्ष 2025 की इस अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए हैलाकांडी में व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया।