अमर जवान ज्योति का स्थान बदल गया, वहीं सुभाष चंद्र बोस की 28 फीट ऊंची ग्रेनाइट से बनी प्रतिमा लगेगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट के ज़रिए बताया कि अमर जवान ज्योति का स्थान बदल जायेगा और सुभाष चंद्र बोस की ग्रेनाइट से बनी प्रतिमा लगेगी
अमर जवान ज्योति का स्थान बदल गया, वहीं सुभाष चंद्र बोस की 28 फीट ऊंची ग्रेनाइट से बनी प्रतिमा लगेगी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट के ज़रिए बताया कि जहाँ पहले अमर जवान ज्योति की लौ जलती थी अब उस ज्योति को नेशनल वार मेमोरियल की ज्योति के साथ विलय कर दिया जायेगा। वहीं 28 फीट ऊंची जेट ब्लेक ग्रेनाइट से बनी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को इंडिया गेट के पास एक छतरी के नीचे स्थापित किया जायेगा और साथ ही, जब तक प्रतिमा का पूर्ण रूप से निर्माण नहीं हो जाता तब तक वहां नेताजी का होलोग्राम लगाया जाएगा।

कभी इंडिया गेट के पास बने इस मंडप में इंग्लैंड के किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति थी जो आज़ादी के बाद हटा दी गई थी। फिलहाल यहाँ सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा स्थापित होगी।

1971 में भारत-पाकिस्तान के युद्ध में भारत विज़यी हुआ था और साथ ही, इस युद्ध में 3843 सैनिक भी शहीद हुए थे। साल 26 जनवरी 1972 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने शहीदों के याद में एक ज्योति जलाने का फैसला किया था। तबसे यह ज्वाला लगातार जलती रही है।

इसी बीच कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने भारतीय सेना के सैनिकों की वीरता,साहस और अदम्य पराक्रम को बुझाने का काम किया है। तों वही कई लोगों ने इस बदलाव को एक नई परम्परा की शुरुआत और ऐतिहासिक बताया है।

खास बात ये है कि 28 फीट ऊंची ग्रेनाइट से बनने वाली इस प्रतिमा को ओडिशा के प्रसिद्ध मूर्तिकार अद्वैत गडनायक बना रहे हैं और साथ ही बताया है कि यह जेट ब्लैक ग्रेनाइट में उकेरी जाएगी। यह पत्थर तेलंगाना के खम्मम जिले से लाया जाएगा।

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.sentinelassam.com