
मुंबई: काले चावल में अद्वितीय पोषण संरचना और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण कई संभावित स्वास्थ्य लाभ हैं। काले चावल के सेवन से जुड़े कुछ प्रमुख स्वास्थ्य लाभ इस प्रकार हैं:
हृदय स्वास्थ्य: काले चावल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, खास तौर पर एंथोसायनिन और पॉलीफेनॉल, सूजन को कम करके, एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाकर हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़े हैं। यह हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी स्थितियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
कैंसर की रोकथाम: काले चावल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स में कैंसर विरोधी गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोकते हैं और स्तन, बृहदान्त्र और यकृत कैंसर सहित कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करते हैं।
पाचन स्वास्थ्य: काले चावल में आहार फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो नियमित मल त्याग, कब्ज की रोकथाम और आंत के बैक्टीरिया के स्वस्थ संतुलन को बनाए रखकर पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। पर्याप्त फाइबर सेवन से डायवर्टीकुलोसिस और कोलन कैंसर जैसे पाचन विकारों का जोखिम भी कम होता है।
वजन प्रबंधन: काले चावल में मौजूद फाइबर की मात्रा पेट भरने और तृप्ति की भावना को बढ़ावा देने में मदद करती है, जो कुल कैलोरी सेवन को कम करके और ज़्यादा खाने से रोककर वजन प्रबंधन में सहायता कर सकती है। इसके अतिरिक्त, सफ़ेद चावल की तुलना में काले चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे पाचन धीमा होता है और रक्त शर्करा प्रतिक्रिया अधिक स्थिर होती है, जो भूख और लालसा को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
मधुमेह प्रबंधन: काले चावल का कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और उच्च फाइबर सामग्री इसे मधुमेह वाले व्यक्तियों या इस स्थिति के विकसित होने के जोखिम वाले लोगों के लिए एक उपयुक्त विकल्प बनाती है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद कर सकता है, जिससे मधुमेह की जटिलताओं का खतरा कम हो जाता है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य: काले चावल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स बेहतर संज्ञानात्मक कार्य और मस्तिष्क स्वास्थ्य से जुड़े हैं। ये यौगिक मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव क्षति और सूजन से बचाने में मदद करते हैं, जिससे अल्जाइमर और पार्किंसंस रोग जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।
त्वचा का स्वास्थ्य: काले चावल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, खास तौर पर विटामिन ई और एंथोसायनिन, यूवी विकिरण से होने वाले ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचाकर, सूजन को कम करके और कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देकर त्वचा के स्वास्थ्य में योगदान करते हैं। यह समय से पहले बुढ़ापा, झुर्रियाँ और पर्यावरणीय कारकों के कारण होने वाली त्वचा की क्षति को रोकने में मदद कर सकता है। (एजेंसियाँ)
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