शीर्ष सुर्खियाँ

असम: उदालगुड़ी जिले में एक सप्ताह में तीन जंगली हाथियों की मौत

उदालगुड़ी जिले में भारत-भूटान सीमा पर चल रहा हाथी-मानव संघर्ष एक गंभीर चरण में पँहुच गया है, पिछले सात दिनों के भीतर तीन जंगली हाथी मृत पाए गए हैं।

Sentinel Digital Desk

एक संवाददाता

ओरंग: उदालगुड़ी जिले में भारत-भूटान सीमा पर चल रहा हाथी-मानव संघर्ष एक गंभीर चरण में पँहुच गया है, पिछले सात दिनों के भीतर तीन जंगली हाथी मृत पाए गए हैं।

ताजा घटना आज भुटियाचांग के बासुगाँव में हुई, जहां एक वयस्क हाथी का शव बरामद किया गया। वन अधिकारियों और पशु चिकित्सा विशेषज्ञों ने पोस्टमॉर्टम शुरू कर दिया है, हाँलाकि मौत का कारण अभी भी अज्ञात है।

जिले में बार-बार हाथियों की मानव बस्तियों में घुसपैठ देखी गई है, जिससे फसल को नुकसान हुआ है, घर का विनाश हुआ है और कई लोगों को नुकसान हुआ है। अकेले इस साल 15-20 ग्रामीणों की मौत हो गई है, जबकि कई हाथियों ने भी बिजली के झटके, जहर या अज्ञात कारणों से अपनी जान गंवाई है। स्थानीय लोग बढ़ते संकट के लिए तेजी से वनों की कटाई, हाथी गलियारों पर अतिक्रमण और सरकारी हस्तक्षेप की कमी को जिम्मेदार ठहराते हैं। निवासियों का आरोप है कि वन विभाग और असम के वन मंत्री चंद्र मोहन पटवारी सार्थक संरक्षण या शमन उपायों को अपनाने में विफल रहे हैं।

वन्यजीव कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि जब तक आवास को बहाल करने, अतिक्रमण को विनियमित करने और सुरक्षित हाथी गलियारे स्थापित करने के लिए तत्काल कदम नहीं उठाए जाते हैं, तब तक संघर्ष अपरिवर्तनीय अनुपात तक पँहुच सकता है।

यह भी पढ़ें: होजई-पश्चिम कार्बी आंगलोंग सीमा पर दो जंगली हाथियों को करंट का झटका