
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि उन्होंने भारत से आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कदम भारत द्वारा रूसी तेल की निरंतर खरीद का हवाला देते हुए उठाया गया है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि यह निर्णय यूक्रेन में रूस की कार्रवाइयों के बाद उसके खिलाफ पहले लगाए गए प्रतिबंधों के तहत उठाए गए कदमों को और मज़बूत करने के लिए लिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले हफ़्ते भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी।
आदेश में कहा गया है कि भारत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस से तेल आयात कर रहा है, जिसे अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए ख़तरा मानता है।
आदेश में कहा गया है, "तदनुसार, और लागू क़ानून के अनुरूप, संयुक्त राज्य अमेरिका के सीमा शुल्क क्षेत्र में आयातित भारत की वस्तुओं पर 25 प्रतिशत की अतिरिक्त मूल्यानुसार शुल्क दर लागू होगी।"
नए शुल्क आदेश पर हस्ताक्षर के 21 दिन बाद से अमेरिका में प्रवेश करने वाले सभी पात्र भारतीय सामानों पर लागू होंगे, सिवाय उन शिपमेंट के जो समय सीमा से पहले ही पारगमन में हैं और 17 सितंबर से पहले मंज़ूरी प्राप्त कर चुके हैं।
आदेश में आगे कहा गया है, "इस आदेश की धारा 3 के अधीन, यह शुल्क दर उन वस्तुओं के संबंध में प्रभावी होगी जो इस आदेश की तिथि के 21 दिन बाद पूर्वी डेलाइट समय के अनुसार रात्रि 12.01 बजे या उसके बाद उपभोग के लिए गोदाम में प्रवेश की गई हों या उपभोग के लिए गोदाम से निकाली गई हों, सिवाय उन वस्तुओं के जो (1) इस आदेश की तिथि के 21 दिन बाद पूर्वी डेलाइट समय के अनुसार रात्रि 12.01 बजे से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने से पहले लोडिंग बंदरगाह पर जहाज पर लादी गई हों और अंतिम पारगमन मोड पर पारगमन में हों; और (2) जो 17 सितंबर को पूर्वी डेलाइट समय के अनुसार रात्रि 12.01 बजे से पहले उपभोग के लिए प्रवेश की गई हों या उपभोग के लिए गोदाम से निकाली गई हों।"
ये शुल्क मौजूदा टैरिफ के अतिरिक्त होंगे, जब तक कि वस्तुएँ कुछ छूटों के अंतर्गत न आती हों, जिनमें पहले के व्यापार कार्यकारी आदेशों में उल्लिखित विशिष्ट श्रेणियाँ भी शामिल हैं।
इस आदेश के अधीन वस्तुओं को कड़े सीमा शुल्क नियमों का भी पालन करना होगा, जिसमें "विशेषाधिकार प्राप्त विदेशी दर्जे" के तहत अमेरिकी विदेशी व्यापार क्षेत्रों में प्रवेश भी शामिल है।
ट्रंप ने बदलती परिस्थितियों, प्रभावित देशों की जवाबी कार्रवाई, या रूस या भारत द्वारा महत्वपूर्ण नीतिगत बदलावों के आधार पर आदेश में संशोधन करने का अधिकार बरकरार रखा है।
यह आदेश अमेरिकी वाणिज्य विभाग, विदेश विभाग, वित्त विभाग और अन्य एजेंसियों को रूस के साथ अन्य देशों के तेल व्यापार की निगरानी करने और यदि आवश्यक हो, तो इसी तरह की कार्रवाई की सिफारिश करने का भी निर्देश देता है। (आईएएनएस)
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